
जनपद-सिद्धार्थनगर यूपी
सूत्रों की माने तो फर्जी अस्पताल और फर्जी डॉक्टर ने ली जच्चा बच्चा की जान।
फर्जी डॉक्टरों के इलाज से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने मे नहीं आ रहा है ताजा मामला इटवा तहसील के मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के गौर डीह का है जहां पर फर्जी डॉक्टर के जरिए महिला का गर्भपात करने के दौरान मौत हो गई।महिला की मौत छुपाने के लिए अस्पताल संचालक लाश को लेकर भाग खड़ा हुआ परिजनों ने दौड़ा कर पकड़ा।
मृतका की मां ने बताया कि मेरी बेटी की मौत के बाद भी अस्पताल की 3 लड़कियों ने उसपर चढ़ कर दबा रही थी और कह रही थी की कोमा में है।
मौत होने के बाद हमेशा की तरह जिम्मेदार नींद से जागे और शाम मे पुलिस की मौजूदगी मे खुनियाओं सीएचसी अधीक्षक और एसडीएम इटवा ने जनसेवा हेल्थ केयर को सीज कर अस्पताल संचालक पर मुकद्दमा दर्ज करवा कर अपनी जिम्मेदारी से बरी हो गये।देर रात लाश पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई है मरने वाली महिला का एक डेढ़ साल का बच्चा है।सवाल है कि कब तक ऐसे लोग बिना डिग्री के डॉक्टरों के हाथ से मरते रहेंगे।
पैथालॉजी व डाइग्नोस्टिक फर्जी तरीके से भरमार और जिम्मेदार अधिकारी नींद में सोते रहेंगे। अगर जिम्मेदारों पर कोई कारवाई हो तो शायद फर्जी अस्पताल न खुले और लोग बच सके।
सूत्रों की माने तो घटना कल की बताई जा रही है। पूरा मामला जन सेवा हेल्थ केयर बढ़ाया चौराहा मीठोवा रोड सिद्धार्थ नगर का है।